What is Aperture in Camera and How it Works ? in Hindi

जब भी बात आती है कैमरा की चाहे स्मार्टफ़ोन (Smartphone) हो या फिर डीएसएलआर (DSLR) हो अपर्चर की बात जरुर आती है कैमरा को इस्तेमाल आपने कभी न कभी जरुर किया होगा और कैमरा का बारे में जब आप ज्यादा जानना चाहते है तो आपने कैमरा में अपर्चर (Aperture) के बारे में जरुर सुना होगा या देखा होगा जैसे की F2.0 अपर्चर या फिर F1.7 अपर्चर इत्यादि लेकिन क्या आप जानते आखिर ये अपर्चर क्या है कैमरा में ? (What is Aperture in Camera in hindi) अपर्चर में ऍफ़ (F) का क्या मतलब होता है ऐसे ही कई सरे सवाल होंगे ?

जब शुरुवात में कैमरा में रूचि रखते है या फिर फोटोग्राफी (Photography) सिख रहे है तो कैमरा में कई सारी चीजों के बारे में बताया जाता है जैसे की ISO , शटर स्पीड जिनमे से एक चीज़ और है जो की है अपर्चर कैमरा में अपर्चर एक बहोत ही इम्पोर्टेन्ट रोल प्ले करता है तो आपको पता होनाचाहिए की कैमरा में अपर्चर का मतलब क्या है इसका क्या उसे (What is the meaning of Aperture and use in Camera?) और कैमरा में अपर्चर का क्या यूज़ है चलिए जानते है

Image of Camera With Lens

कैमरा में अपर्चर(Aperture) का मतलब क्या है ?

अगर आप अपने स्मार्टफोन के कैमरा पे ध्यान से देखोगे तो वहा पर आपको एक छोटा से लेंस (Lens) दिखाई देगा या फिर कहलो कैमरा का सेंसर (Camera Sensor) दिखा दिया देगा वही पर आपको एक छोटा सा होल (Hole) यानि की छेद दिखाई देगा अगर आप ये चीज़ स्मार्टफोन के कैमरा में देखना चाहोगे तो सायद आपको अच्छे से न दिखे.

लेकिन अगर आपके पास डीएसएलआर कैमरा (DSLR Camera) और लेंस पड़ा है तो लेंस में ध्यान से देखा वह पर आपको आपको एक छोटा सा होल छेद दिखाई दे देगा या फिर कहले लेंस पे आपको एक छोटा सा दरवाजा लगा हुआ मिलेगा अब ये छेद या फिर कहलो दरवाजा है कितना खुला होगा या फिर कितना छोटा होगा यानि बंद होगा ये डिपेंड करता है अपर्चर वैल्यू (Aperture Value) पे .

adjust your aperture opening
adjust your aperture opening

अब ये अपर्चर वैल्यू (Aperture Value) क्या है ? तो कैमरा में जो F1.7 ,F2.0 ये जो वैल्यू है 1.7 या फिर 2.0 इन्हें हम वैल्यू कहते है और इस F से मापा जाता है जिसमे F का मलतब होता है फोकल लेंग्थ (Focal Length), तो हमेशा ध्यान रखना जो F वैल्यू है वो जितना कम है जो लेंस का दरवाजा है उतना ज्यादा खुला होगा और जो लाइट वो और ज्यादा अन्दर जा पायेगी.

चलिए इसे उधाहरण से समझते है आप फोटो में देख सकते है पहले वाले लेंस में जो अपर्चर वैल्यू है वो F1.7 तो ये जो वैल्यू है वो कम है तो आप देख जो पहले वाला का जो दरवाजा है वो ज्यादा खुला है या फिर कहलो जो छेद है वो बड़ा है दुसरे लेंस के दरवाजे को देखो जिसकी वैल्यू थोड़ी सी ज्यादा है F2.0 है तो देखिये जो छेद है वो थोडा सा छोटा होगा पहले के मुकाबले.

Adjust Aperture in Camera

इसी तरह से अगर कैमरा में F वैल्यू ज्यादा होगी यानि की F8.0 होगी तो जो दरवाजा है वो और छोटा हो जायेगा यानि सिंपल मतलब है की जो F वैल्यू है जितनी कम होगी जो छेद है वो उतना बड़ा होगा और जो F वैल्यू जितनी ज्यादा होगी छेद उतना छोटा होगा.

अब यहाँ सवाल आता है आखिर अपर्चर कम या ज्यादा होने से क्या फरक पड़ता है कैमरा में तो देखियो जैसा की अगर छेद बड़ा यानि दरवाजा ज्यादा खुला तो जो रौशनी है लाइट है वो कैमरा में ज्यादा जा पायेगी जिसे आपको लो लाइट (Low Light) में भी फोटोज है वो और ज्यादा बढ़िया मिलेगी इसके अलावा कम अपर्चर होने का एक और फायदा ये है की आपको फोटोज में जो बुकेह इफ़ेक्ट (Bokeh Effect) बढ़िया देखने देखने को मिलेगा यानि डेप्थ ऑफ़ फील्ड )Depth of Field) बड़ा मिलेगा जिससे बैकग्राउंड में जो चीज़े है बेहतर तरीके से आपको ब्लर(Blur) मिलेगी और जो ऑब्जेक्ट है उसपे फोकस बढ़िया तरीके से देखने को मिलेगा

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